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Sunday 29 December 2013

बहुरूपिये मजमेबाजों का जीवन कभी भी लम्बा नहीं रहा राजनीति

 ये हजारों आदर्शवादी नौजवानों को छल रहे हैं। ये उस मेहनतकश आबादी को छल रहे हैं जो कांग्रेस-भाजपा इत्यादि को बखूबी पहचानती है। वे ऐसा इसलिए कर रहे हैं कि पतित पूँजीवादी व्यवस्था के जीवन को लम्बा खींचा जा सके।...Read More

बहुरूपिये मजमेबाजों का जीवन कभी भी लम्बा नहीं रहा राजनीति

Wednesday 23 October 2013

इस आम आदमी में कहीं नहीं गांधी का आखिरी आदमी

तानाशाही और फासीवाद का रास्ता यहीं से शुरू होता है मिस्टर आप
सत्ता की अंधी गली के अलावा कुछ नहीं हो सकती विचारधारा और सिद्धान्त विहीन राजनीति की मंजिल 
‘आप के नेता कांग्रेस के मौसेरे, भाजपा के चचेरे और कॉरपोरेट के सगे भाई हैं’
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इस आम आदमी में कहीं नहीं गांधी का आखिरी आदमी