Wednesday 4 December 2013

और भी गम हैं जमाने में- यौन-विमर्श के सिवाय !!!

 किसी तथाकथित विक्टिम या यौन पीड़िता के पक्ष में और किसी खास तथाकथित रेपिस्ट के विरोध में नेताओं की बयानबाजी भी राजनैतिक प्रतिबद्धता के अनुरूप हो रही है। उनके लिये यह ‘यौन-विमर्श‘ भी राजनैतिक रूप से फायदेमंद हो सकता है किन्तु देश और समाज का कुछ भी भला नहीं कर सकता !......Read More on

और भी गम हैं जमाने में- यौन-विमर्श के सिवाय !!!


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