नरेंद्र मोदी से ज्यादा खतरनाक साबित होंगे केजरीवाल
अब हालत यह है कि धर्मनिरपेक्षता बनाम
स्त्री विमर्श का गृहयुद्ध लगातार तेज होता जा रहा है। रोज नये मोर्चे खुल
रहे हैं। जमकर सभी पक्षों से गोलंदाजी हो रही है। लेकिन कॉरपोरेट
धर्मोन्मादी सैन्य राष्ट्रवाद के मुकाबले कोई मोर्चा बन ही नहीं रहा है। हम
दरअसल किसका हित साध रहे हैं, यह समझने को भी कोई तैयार नहीं है।
यह भय और आतंक इस लोकतांत्रिक बंदोबस्त के लिये सबसे ज्यादा खतरनाक है।Read More on
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