वे मुसोलिनी के दीवाने थे. हिटलर उनकी धड़कनों का राजा था. उन्हें तो गांधीजी को मारना ही था.: उन्हें तो गांधीजी को मारना ही था. उनके सामने सवाल एक व्यक्ति का नहीं एक विचारधारा का था. उन्हें भारत की मेलजोल की संस्कृति से नफ़रत थी. उन्हें गंगा जमनी हिन्दुस्तानी तहजीब से नफ़रत थी.........Read moreon
वे मुसोलिनी के दीवाने थे. हिटलर उनकी धड़कनों का राजा था. उन्हें तो गांधीजी को मारना ही था.
Monday, 3 July 2017
Thursday, 29 June 2017
एक जैसी नहीं हैं जुनैद और अय्यूब पंडित की हत्याएं : भीड़ को हत्यारी बनाने में मोदी का योगदान
जो लोग मुसलमानों की हत्या को ‘भीड़’ द्वारा अंजाम दिया जाना बता रहे हैं वो या तो नासमझ हैं या हत्यारों की शिनाख्त छुपाने के लिए जानबूझ कर ऐसा कह रहे हैं। यह ‘भीड़’ नहीं है। यह 2014 के बाद का ‘भारतीय राज्य’ है, जो अपनी पूरी शासनिक, प्रशासनिक और वैधानिक शक्ति और वैधता के साथ मुसलमान को पीट-पीट कर मार रहा है। Read More ....एक जैसी नहीं हैं जुनैद और अय्यूब पंडित की हत्याएं : भीड़ को हत्यारी बनाने में मोदी का योगदान
Wednesday, 28 June 2017
#notinmyname हिन्दुत्ववादी आतंक के खिलाफ इंसानियत बचाने देश भर में सड़कों पर निकले लोग
#notinmyname हिन्दुत्ववादी आतंक के खिलाफ इंसानियत बचाने देश भर में सड़कों पर निकले लोग: #notinmyname ना शहर,ना धर्म,ना, राजनीति, ना संगठन.... फिर भी सब जगह सब एक साथ निकले, जैसे हमारे मुल्क़ की आत्मा आज सड़क पर हो... फ़िक्र मोहब्बत को बचाए रखने की, संवेदना हर एक दर्द के लिए। Read More #notinmyname हिन्दुत्ववादी आतंक के खिलाफ इंसानियत बचाने देश भर में सड़कों पर निकले लोग:
Tuesday, 20 June 2017
संविधान नहीं नवउदारवाद का अभिरक्षक राष्ट्रपति
संविधान नहीं नवउदारवाद का अभिरक्षक राष्ट्रपति: राष्ट्रपति का चुनाव भी उसी अंधी दौड़ की भेंट चढ़ चुका है। राष्ट्रपति संविधान का अभिरक्षक कहलाता है, लेकिन पूरी चर्चा में वह नवउदारवाद के अभिरक्षक के रूप में सामने आ रहा है।....सीधे समाजवादी नाम वाली समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह की भूमिका को देख कर लगता नहीं कि जिस लोहिया को वे मायावती के अंबेडकर की काट में इस्तेमाल करते हैं, उस महान समाजवादी चिंतक की एक पंक्ति भी उन्होंने पढ़ी है। .... पढ़ें व अपना मत दें..... http://www.hastakshep.com/hindiopinion/president-custodian-of-neo-liberalism-not-constitution-14457
RSS को सरकारी सुविधाओं पर नफरत के बीज बोने की इजाजत क्यों दी जानी चाहिये: मायावती
RSS को सरकारी सुविधाओं पर नफरत के बीज बोने की इजाजत क्यों दी जानी चाहिये: मायावती: पेट भरे लोगों पर ही मोदी सरकार का ध्यान.... योग जैसे कार्यक्रमों में धन और समय खर्च करना सरकार का काम नहीं : मायावती
.......Read More on RSS को सरकारी सुविधाओं पर नफरत के बीज बोने की इजाजत क्यों दी जानी चाहिये: मायावती:
Thursday, 15 June 2017
एक आदिवासी की हत्या पर प्रशासन का जश्न और मीडिया का मोतियाबिन्द
एक आदिवासी की हत्या पर प्रशासन का जश्न और मीडिया का मोतियाबिन्द: एक आदिवासी की हत्या का प्रशासनिक जश्न व विरोध की खबरें स्थानीय मीडिया में कैद
मुठभेड़ में मारे गए क्या सच में दुर्दांत माओवादी थे?
एक ग्रामीण आदिवासी की हत्या का जश्न क्यों और कब तक?....... Read more ... एक आदिवासी की हत्या पर प्रशासन का जश्न और मीडिया का मोतियाबिन्द
Wednesday, 12 April 2017
जब अमेरिका डरता है तो शुरू होती है विचारों पर निगरानी
जब अमेरिका डरता है तो शुरू होती है विचारों पर निगरानी: जब अमेरिका डरता है, किसी भी घर की शांति गुम हो जाती है. जब अमेरिका डरता है, अँधेरे में बहती हवा संदिग्ध बन जाती है.
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जब अमेरिका डरता है तो शुरू होती है विचारों पर निगरानी:
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जब अमेरिका डरता है तो शुरू होती है विचारों पर निगरानी:
दरोगाजी ने नाम पूछा, फिर बोले साले मुसलमान हैं, कटुआ हैं, साले गाय काटते हैं, मारो सालों को
दरोगाजी ने नाम पूछा, फिर बोले साले मुसलमान हैं, कटुआ हैं, साले गाय काटते हैं, मारो सालों को
योगी के मुख्यमंत्री बनते ही प्रदेश की पुलिस बजरंगदल-हिंदू युवा वाहिनी की तरह व्यवहार करने लगी है। जिससे पुलिस की अपनी विश्वसनियता ही खतरे में पड़ गई है।...
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दरोगाजी ने नाम पूछा, फिर बोले साले मुसलमान हैं, कटुआ हैं, साले गाय काटते हैं, मारो सालों को
सुरंग तो खुल गई पर किस्मत नहीं
सुरंग तो खुल गई पर किस्मत नहीं
सुरंग तो खुल गई पर किस्मत नहीं
एशिया की सबसे लंबी सुरंग राष्ट्र के नाम समर्पित करते हुए प्रधानमंत्री कहते हैं कि
आगे पढ़ें"एक तरफ कुछ भटके हुए नौजवान पत्थर मारने में लगे हुए हैं तो दूसरी तरफ उसी कश्मीर के युवा पत्थर काटकर कश्मीर की किस्मत बदलने में व्यस्त हैं"।
सुरंग तो खुल गई पर किस्मत नहीं
Sunday, 9 April 2017
अत्याचार जब बढ़ता है तो मजलूमों एकता बढ़ती हैः मौलाना सज्जाद नोमानी
हिन्दू युवा वाहिनी की लठैत बन गयी है यूपी
पुलिस, सरकार के संरक्षण में हो रहे ईसाइयों पर हमले –
रिहाई मंच
पुलिस, सरकार के संरक्षण में हो रहे ईसाइयों पर हमले –
रिहाई मंच
क्या दलाई लामा बदल चुके हैं? तिब्बत आंदोलन
में सीआईए को अब दिलचस्पी क्यों नहीं?
में सीआईए को अब दिलचस्पी क्यों नहीं?
समझें सीरिया पर अमरीकी हमले के समर्थक उनका
नंबर भी आने वाला है - हसन रुहानी
नंबर भी आने वाला है - हसन रुहानी
सीरिया पर हमले के बाद रूस और अमरीका
आमने-सामने, अमरीका पर आईएस की मदद का आरोप
आमने-सामने, अमरीका पर आईएस की मदद का आरोप
सीरिया की हवाई छावनी पर अमेरिका के मिज़ाइल
हमले के विरोध में सड़कों पर उतरे लोग
हमले के विरोध में सड़कों पर उतरे लोग
हिन्दू युवा वाहिनी की लठैत बन गयी है यूपी
पुलिस, सरकार के संरक्षण में हो रहे ईसाइयों पर हमले –
रिहाई मंच
पुलिस, सरकार के संरक्षण में हो रहे ईसाइयों पर हमले –
रिहाई मंच
मिलिए 13 साल के पाकिस्तानी हैकर से, गूगल-माइक्रोसॉफ्ट
जैसी बड़ी कंपनियां लेती हैं इसकी मदद
जैसी बड़ी कंपनियां लेती हैं इसकी मदद
पाकिस्तान में गिरफ्तार हुई थीं सारा खान ?
ऐसा लगता है कि पुरुष केन्द्रित समाज और सिनेमा
में अब कुछ महिलाएँ सेंध मार रही हैं और सेंध मारने के नियम को भी तोड़ रही हैं।.
में अब कुछ महिलाएँ सेंध मार रही हैं और सेंध मारने के नियम को भी तोड़ रही हैं।.
नई स्वास्थ्य नीति : स्वास्थ्य सेवाओं को
कॉरपोरेट घरानों को बेचने की साजिश
कॉरपोरेट घरानों को बेचने की साजिश
मोदी का नया भारत : कितना नया, कितना
पुराना और कितना जुमला
पुराना और कितना जुमला
शेक्सपीअर ट्वेल्थ नाइट के कथापात्र अब भारत
में निर्णायक भूमिका में हैं
में निर्णायक भूमिका में हैं
गाय के बराबर अधिकार तो मिलें, नागरिक-मानवाधिकार
हों या न हों ! गोभक्तों में तब्दील है पूरा देश
हों या न हों ! गोभक्तों में तब्दील है पूरा देश
अत्याचार जब बढ़ता है तो मजलूमों एकता बढ़ती
हैः मौलाना सज्जाद नोमानी
हैः मौलाना सज्जाद नोमानी
जो भारत सारे जहां से अच्छा था, जिस
लोकतंत्र पर हमें नाज़ था आज वह भारत टूटता हुआ दिख रहा है।
लोकतंत्र पर हमें नाज़ था आज वह भारत टूटता हुआ दिख रहा है।
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